Google के Quantum Core ने हाल ही में Observer Effect को 'क्रैक' कर विज्ञान जगत में तहलका मचा दिया है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने क्वांटम भौतिकी की दशकों पुरानी रहस्यात्मकता को नई दिशा में मोड़ दिया है, जिससे क्वांटम कंप्यूटिंग, अर्थशास्त्र, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्रह्मांड विज्ञान जैसे क्षेत्रों में बड़े बदलाव संभव हैं.
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क्या है Observer Effect?
Observer Effect क्वांटम भौतिकी का वह सिद्धांत है जिसमें कहा जाता है कि जब भी किसी क्वांटम पार्टिकल (जैसे इलेक्ट्रॉन) को ऑब्जर्व किया जाता है, उसकी स्थिति या गति में बदलाव आ जाता है। अब तक यह माना जाता रहा है कि निरीक्षण करने मात्र से क्वांटम सिस्टम का वेव फंक्शन 'collapse' हो जाता है और असलियत बदल जाती है.
गूगल का Quantum Core
Google ने अपने लेटेस्ट सुपरकंडक्टिंग Quantum Core चिप द्वारा—जो लगभग शून्य के निकट तापमान पर काम करती है—एक अद्वितीय प्रतिक्रिया लूप डिजाइन किया है जिसमें पार्टिकल और ऑब्जर्वर एक ही समय में इंटरैक्ट करते हैं। इस सिस्टम ने पारंपरिक माप/measurement प्रक्रिया की बाधाओं को पार करते हुए पार्टिकल का व्यवहार बिना वेव फंक्शन को नुकसान पहुंचाए मापा.
गूगल के वैज्ञानिकों ने 'entanglement-based probes' के जरिये पार्टिकल पर लगातार नजर रखते हुए साथ ही समानांतर गणनाएं चलाईं, जिससे वे वेव फंक्शन के collapse के बिना पार्टिकल की स्थिति और गति की भविष्यवाणी करने में सफल रहे। इसका सबसे बड़ा परिणाम यह था कि माप और विकास (measurement and evolution) अब दो अलग-अलग प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक निरंतर प्रक्रिया मानी जा सकती है.
इस ऐतिहासिक सफलता का क्या अर्थ है?
Observer Effect को अब फिलॉसफी या थ्योरी तक सीमित नहीं, बल्कि एक इंजीनियरिंग टूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
क्वांटम सिस्टम्स और कंप्यूटिंग को पहले से कहीं ज्यादा कंट्रोल और मॉडल किया जा सकेगा.
इससे क्वांटम एरर करेक्शन, क्रिप्टोग्राफी, और संभावित रूप से ब्रह्मांड के मूलभूत नियमों की फिर से व्याख्या के दरवाजे खुलेंगे.अब वैज्ञानिक सिर्फ क्वांटम पार्टिकल को "देख" नहीं रहे, बल्कि उसके व्यवहार की भविष्यवाणी एवं निर्देशित नियंत्रण भी कर सकते हैं। यह Observer Effect के मूल में मौजूद दार्शनिक उलझनों को हल करने की दिशा में बहुत बड़ा कदम है—यानी वास्तविकता और निरीक्षक की भूमिका का अंतर अब धुंधला हो रहा है.
इस खोज से क्वांटम कंप्यूटिंग को तेज़ी से विकास का मौका मिलेगा, साथ ही विज्ञान की बुनियादी परिभाषाएँ बदल सकती हैं। ऑब्जर्वर और हकीकत के बीच का पर्दा वैज्ञानिकों ने थोड़ा और उठा दिया है; आगे सारी दुनिया देखेगी कि इस क्रांति का असर किस-किस क्षेत्र पर होगा. Google की यह उपलब्धि विज्ञान की दुनिया में नए युग की शुरुआत मानी जा रही है, जिसे अगले वर्षों में और बारीकी से परखा, समझा और व्यावहारिक अनुसंधान में इस्तेमाल किया जाएगा.