ताइवान में टाइफून के कारण एक बैरियर झील फट गई, जिससे पूर्वी इलाकों में बाढ़ आ गई और 14 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, 152 से ज्यादा लोग लापता हैं और 34 घायल हुए हैं। हुलियन काउंटी में बाढ़ और भूस्खलन से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जहां मछुआरों समेत कई लोग बह गए। टाइफून की अधिकतम निरंतर हवा की गति 195 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई, जो 200 किमी प्रति घंटा के करीब थी।
चीन में टाइफून रगासा ने गुआंगडोंग प्रांत में लैंडफॉल किया, जहां से 19 लाख से ज्यादा लोगों को निकाला गया। दर्जनभर शहरों में स्कूल, फैक्टरियां और परिवहन सेवाएं बंद कर दी गईं। यांगजियांग और झांजियांग के बीच लैंडफॉल के समय तेज हवाओं और भारी बारिश ने बिजली गुल कर दी और कई इलाकों में बाढ़ आ गई। हांगकांग में भी स्कूल-व्यवसाय बंद रहे और सैकड़ों लोग अस्थायी आश्रय केंद्रों में शरण लेने को मजबूर हुए। हांगकांग एयरपोर्ट पर 36 घंटे तक उड़ानें रद्द रहीं।
फिलीपींस में टाइफून से 10 मौतें हुईं, जिनमें सात मछुआरे डूब गए और पांच लापता हैं। लगभग 7 लाख लोग प्रभावित हुए और 25 हजार को आपातकालीन आश्रयों में भेजा गया। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि टाइफून पश्चिम या पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में 22 किमी प्रति घंटा की गति से बढ़ रहा था। अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है कि प्रभावित इलाकों में अभी भी खतरा बरकरार है और बचाव कार्य जारी हैं।