कन्नौज: सिरफिरे प्रेमी ने पत्नी के बेटे को तमंचे की नोक पर बनाया बंधक, 7 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने बचाया

 कन्नौज, 20 सितंबर 2025 (स्पेशल डेस्क): उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के छिबरामऊ क्षेत्र की कांशीराम कॉलोनी में शुक्रवार दोपहर एक सनसनीखेज घटना ने इलाके को दहला दिया। एक सिरफिरे प्रेमी ने अपनी पत्नी के 8 वर्षीय बेटे को तमंचे की नोक पर बंधक बना लिया। आरोपी, जो चार महीने पहले कोर्ट मैरिज कर चुका था, पत्नी की अनदेखी से नाराज होकर घर में घुस गया और बच्चे की जान पर बन आई। दिल्ली पुलिस की तर्ज पर लगभग 7 घंटे चले ड्रामे के बाद स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बच्चे को सुरक्षित मुक्त कराया, जबकि आरोपी को पैर में गोली मारकर घायल अवस्था में गिरफ्तार किया गया।

घटना शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे कांशीराम कॉलोनी के ब्लॉक नंबर 84 में घटी। तालग्राम थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी दीपू चक (उम्र 28 वर्ष) ने अचानक अपनी पत्नी अर्चना के घर में धावा बोल दिया। अर्चना, एक विधवा महिला, अपने पहले पति संजू की मौत (दो साल पहले) के बाद तीन बच्चों—प्रीति (13 वर्ष), प्रिंस (8 वर्ष) और छोटी बेटी—के साथ रह रही थीं। नौकरी के दौरान दीपू से उनकी नजदीकियां बढ़ीं, और चार महीने पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। लेकिन शादी के बाद मतभेद बढ़ गए, और अर्चना बच्चों के साथ मायके लौट आईं।



नाराज दीपू ने घर में घुसते ही तीनों बच्चों को बंधक बनाने की कोशिश की। उसने मुंह में जिंदा कारतूस दबा लिया, एक हाथ में तमंचा थाम लिया और दूसरे हाथ में मोबाइल पकड़कर पत्नी को फोन करता रहा। वह बार-बार चिल्लाता रहा, "अर्चना को बुलाओ, वरना बच्चे को गोली मार दूंगा।" इस दौरान 13 वर्षीय प्रीति ने हिम्मत दिखाई और छोटी बहन को लेकर बाहर भाग गई, लेकिन 8 वर्षीय प्रिंस उसके कब्जे में फंस गया। दीपू ने बच्चे की कनपटी पर तमंचा सटा लिया और खुद की कनपटी पर भी हथियार रखकर पुलिस को धमकाता रहा। कॉलोनी में अफरा-तफरी मच गई, और ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दे दी।

सूचना मिलते ही छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी, सीओ सदर और एएसपी अजय कुमार भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी अजय कुमार ने बताया, "एक 7 साल के बच्चे को एक व्यक्ति ने बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया था। बच्चे को बचाने का अभियान करीब 6 घंटे तक चला और बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया है। उस व्यक्ति को भी घायल अवस्था में गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।" पुलिस ने आरोपी को समझाने के लिए घंटों वार्ता की। दीपू ने पुलिसवालों को पानी की बोतल के बदले 100 रुपये का नोट फेंक दिया, लेकिन जिद पर अड़ा रहा।

अंततः शाम करीब 8 बजे SOG टीम ने सटीक प्लानिंग के तहत कार्रवाई की। उन्होंने दीपू को बातों में उलझाकर ललकारा, और जैसे ही वह विचलित हुआ, पैर में गोली मार दी। बच्चा सुरक्षित बाहर निकाला गया, जो पूरे ड्रामे के दौरान डर से कांप रहा था। घायल दीपू को सनसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने उसके कब्जे से अवैध तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं।

अर्चना ने बताया कि शादी के बाद दीपू का व्यवहार बदल गया। वह मारपीट करने लगा, जिससे वह बच्चों के साथ कॉलोनी लौट आई। दो दिन पहले फोन पर दीपू ने दिल्ली आने को कहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। इस घटना के बाद अर्चना और बच्चे सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिए गए हैं।

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट, अपहरण, धमकी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। एएसपी अजय कुमार ने कहा कि यह प्रेम प्रसंग का विवाद था, जो हिंसक हो गया। जांच में पता चला कि दीपू पहले से ही मानसिक रूप से परेशान था। इलाके में पटrolling बढ़ा दी गई है, ताकि ऐसी घटनाएं न हों।

घटना उत्तर प्रदेश में बढ़ते प्रेम प्रसंग से जुड़े अपराधों की याद दिलाती है। जनवरी 2025 से अब तक ऐसे 50 से अधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता और काउंसलिंग की जरूरत है।

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