मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में शुक्रवार शाम असम राइफल्स के काफिले पर ताबड़तोड़ फायरिंग होने से दो जवान शहीद हो गए और कई घायल हुए। यह घटना सुरक्षा बलों के लिए बेहद दुखद और चिंताजनक रही, जिससे क्षेत्र में दोबारा अस्थिरता और तनाव का माहौल बन गया है.
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शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को, शाम करीब 5:50 बजे असम राइफल्स की यूनिट 33 के जवानों का वाहन इम्फाल से बिष्णुपुर जा रहा था। तभी वाहन को नामबोल सबल लाईकाई इलाके में अचानक घेर कर अज्ञात बंदूकधारियों ने हमला कर दिया। यह वही सड़क है जहां हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजर चुके हैं. हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें दो जवान मौके पर शहीद हो गए और कम-से-कम चार से छह जवान घायल हुए हैं.
घायल जवानों और नागरिकों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. इलाके को सेना और स्थानीय पुलिस ने घेर लिया है, तलाशी अभियान शुरू हो गया है। प्रशासन के अनुसार घायलों की हालत स्थिर है, और अपराधियों को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है.मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला और पूर्व मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे राज्य के लिए बड़ा आघात बताया और शहीद जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही, उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. बताते चलें की यह हमला राज्य में कई महीनों की शांति के बाद हुआ है। हाल ही में सुरक्षा बलों ने मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में व्यापक ऑपरेशन चलाते हुए भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद किए थे. इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बढ़ गई है. साथ ही, अगले दो दिन में राज्य में प्रस्तावित बंद के चलते हालात और तनावपूर्ण हो सकते हैं. गौरतलब है असम राइफल्स पर हुआ यह ताबड़तोड़ हमला राज्य में शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती है। शहीद जवानों की कुर्बानी और घायलों के प्रति देश भर से संवेदनाएँ आ रही हैं। प्रशासन द्वारा दोषियों की तलाश तेज़ कर दी गई, और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही हमले के पीछे के मुख्य अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.