चुनावी वादा याद दिलाना पड़ा भारी: चित्तौड़गढ़ के कपासन में युवक पर जानलेवा हमला, BJP विधायक पर आरोप; दोनों पैर तोड़े गए

 चित्तौड़गढ़, 21 सितंबर 2025 – राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन कस्बे में एक युवक को चुनावी वादे याद दिलाने की कीमत चुकानी पड़ी, जब कथित तौर पर स्थानीय BJP विधायक अर्जुन लाल जीनगर के इशारे पर गुंडों ने उस पर जानलेवा हमला कर उसके दोनों पैर तोड़ दिए। पीड़ित सूरज माली ने सोशल मीडिया पर पानी की समस्या उठाकर विधायक को उनके वादे की याद दिलाई थी, लेकिन नतीजा हिंसा के रूप में सामने आया। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक हलचल मचा दी है, जहां कांग्रेस ने इसे "लोकतंत्र की हत्या" करार दिया है। आइए जानते हैं पूरी घटना की समयरेखा, जगह और विवरण।


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घटना की शुरुआत कुछ महीनों पहले से हुई, जब धोबी खेड़ा गांव के निवासी सूरज माली (उम्र 20 वर्ष) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर रील्स पोस्ट करना शुरू किया। इन रील्स में सूरज ने कपासन के राजराजेश्वर सरोवर (तालाब) में मातृकुंडिया बांध या बनास नदी से पानी लाने की मांग की, जो विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था। सूरज का कहना था कि क्षेत्र में पानी की गंभीर समस्या है और तालाब सूखा पड़ा है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हो रही है। उसने विधायक को सीधे टैग कर वादे की याद दिलाई, लेकिन इसके बाद उसे धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। जहां सूरज एक खाद फैक्ट्री में काम करता था, वहां के प्रबंधन ने भी उसे वीडियो पोस्ट न करने की सलाह दी और उसके पिता से बात की। सूरज ने कुछ समय के लिए पोस्ट रोक दिए, लेकिन हाल ही में फिर से दो-तीन वीडियो अपलोड किए।

घटना का चरम 16 सितंबर 2025 (सोमवार) को पहुंचा। शाम करीब 5:15 बजे, सूरज अपने दोस्त उदय लाल भील के साथ मोटरसाइकिल पर फैक्ट्री से घर लौट रहा था। जगह थी चित्तौड़गढ़-कपासन स्टेट हाइवे, खाद फैक्ट्री के पास। अचानक एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी ने उनकी बाइक को रोक लिया। गाड़ी से 6-7 नकाबपोश लोग उतरे और लोहे के सरियों, पाइपों व डंडों से सूरज पर हमला कर दिया। हमलावरों ने धमकी देते हुए कहा, "तु रोज रोज पानी की बात करता है, आज तुझे मार कर पानी में फेंक देंगे।" उन्होंने सूरज को गाड़ी में डालकर अपहरण करने की कोशिश की, लेकिन वह उदय लाल को कसकर पकड़ लिया। हमले में सूरज के दोनों पैर टूट गए और उसकी हालत गंभीर हो गई। जैसे ही वाहन रुकने लगे और लोग जमा हुए, हमलावर भाग गए।

घटना के तुरंत बाद सूरज को चित्तौड़गढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में उसे उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल रेफर किया गया। बाद में उसे अहमदाबाद भी ले जाना पड़ा। सूरज ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें विधायक अर्जुन लाल जीनगर और उनके सहयोगियों पर हमला करवाने का आरोप लगाया। उसने कहा कि पहले भी विधायक के इशारे पर धमकियां मिली थीं, जैसे "ये वीडियो बनाकर डालेगा तो तेरा इलाज हो जाएगा।" कपासन थाने में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धाराओं में हत्या के प्रयास, दंगा, गैरकानूनी रोकना, चोट पहुंचाना और अवैध सभा के तहत FIR दर्ज की गई। पुलिस ने गवाहों के बयान दर्ज किए और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। एडिशनल एसपी सरिता सिंह ने कहा कि सभी पहलुओं से जांच हो रही है।

विधायक अर्जुन लाल जीनगर, जो पांच बार के विधायक हैं, ने घटना की निंदा की और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "यह घटना अत्यंत निंदनीय है और किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैंने जिला पुलिस अधीक्षक से बात कर अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।" उन्होंने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि यह व्यक्तिगत झगड़े को लेकर उन्हें बदनाम करने की साजिश है।

राजनीतिक स्तर पर यह मुद्दा गरमा गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, "सूरज माली के दोनों पैर इसलिए तोड़ दिए गए क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर स्थानीय BJP विधायक को चुनावी वादे की याद दिलाई। यह BJP सरकार के जंगल राज और तानाशाही रवैये का जीता-जागता उदाहरण है।" स्थानीय कांग्रेस इकाई ने कहा कि सूरज एक जागरूक नागरिक के रूप में वादे याद दिला रहा था। घटना के बाद कपासन में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे, सुनारों के मंदिर से पांचबत्ती चौराहे तक रैली निकाली और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि गिरफ्तारी नहीं हुई तो उग्र आंदोलन होगा। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर स्थिति नियंत्रित की।

यह घटना राजस्थान में सत्ता और जनता के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है, जहां सोशल मीडिया पर आवाज उठाना अब जोखिम भरा हो गया है। यदि जांच में निष्पक्षता नहीं बरती गई, तो विरोध और तेज हो सकता है।

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