उत्तर प्रदेश स्थित जिला सहारनपुर में एक सिरफिरे युवक द्वारा छेड़छाड़ व धर्म परिवर्तन की धमकी मिलने से युवती व उसका पूरा परिवार परेशान और बदनामी के डर से घर छोड़ने के लिए मजबूर है। विगत 10 जुलाई को UPSTF द्वारा कुख्यात अपराधी विकास के मारे जाने के बाद उत्तर प्रदेश में सुशासन और कानून व्यवस्था के बेहतर होने की उम्मीद थी लेकिन विकास के मारे जाने के मात्र दस दिन बाद ही बीस जुलाई को गाजियाबाद के विजयनगर में कुछ समाज विरोधी अराजक तत्वों ने देर रात देर रात पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारी अपनी भतीजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर विक्रम को आरोपियों ने गोली मार दी थी। विक्रम ने छेड़छाड़ के खिलाफ स्थानीय थाने में शिकायत भी की थी लेकिन पुलिस तब तक अपनी आंखे बंद कर सोती रही जब तक छेड़छाड़ और परेशान करने का मामला एक हत्या की वारदात में नहीं बदला।
पुलिस के ऐसे ही ढीले रवैये और छेड़छाड़ के आरोपी की बढ़ती धमकियो के कारण सहारनपुर की युवती व उसके परिजन बदनामी के डर से अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हैं। घटना सहारनपुर के गांव ताजपुरा की है जहाँ आरोपी युवक द्वारा बेटी के साथ छेड़छाड़ व उसे परेशान करने के चलते पिता लगभग एक महीने से पुलिस के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन पुलिस अपने ऐतिहासिक नींद व लापरवाह रवैये के चलते आरोपी के खिलाफ कोई भी कार्रवाही नहीं कर रही है। बताते चले की गैर समुदाय का आरोपी युवक पीड़िता को लगभग पिछले एक साल से परेशान कर रहा था जिसके चलते पीड़िता को इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए अपने भाइयों के साथ जाना पड़ा और युवक द्वारा छेड़छाड़ व धमकी की हरकते बढ़ने पर पीड़िता को आगे की पढाई भी छोड़नी पड़ी। पीड़िता के पिता का कहना है की वो एक महीने से पुलिस के चक्कर लगा रहे है और बीते सोमवार को उन्होंने इसकी शिकायत एसडीएम से भी की थी। आरोपी युवक बेटी को अगवा कर के धर्म परिवर्तन की धमकी भी देता है। उक्त मामले पर सीओ बेल्हट विजयपाल सिंह का कहना है की "पीड़ित युवती के परिजनों द्वारा एसडीएम से शिकायत की गयी थी मामला संज्ञान में है जल्द ही जाँच कर उचित कार्रवाही की जाएगी।"
