भारत और अमेरिका के बीच व्यापार चर्चा सकारात्मक रही है, जिसमें दोनों पक्षों ने टैरिफ मुद्दों और तकनीकी साझेदारी पर सहमति बनाने की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है। अमेरिकी टीम के नेतृत्व में असिस्टेंट यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव ब्रेंडन लिंच और भारत के वाणिज्य विभाग के अधिकारी राजेश अग्रवाल ने नई दिल्ली में बातचीत की। यह बैठक पिछले माह के अमेरिकी टैरिफ के बाद पहली बार हुई थी, जिसमें दोनों पक्षों ने "सकारात्मक" और "आगे बढ़ने वाली" बातचीत होने की बात कही।
अमेरिकी प्रशासन ने अगस्त में भारत से आयातित वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाया था, जिससे कुल टैरिफ 50% तक पहुंच गया। यह कदम रूस से तेल खरीद को लेकर दबाव बनाए रखने के लिए था। हालांकि, अब परिस्थिति में नरमी दिख रही है और दोनों देशों ने जल्द ही एक पारस्परिक लाभकारी व्यापार समझौते के लिए प्रयास तेज करने पर सहमति जताई है।
बातचीत में तकनीकी साझेदारी और नवाचार भी एक महत्वपूर्ण विषय रहा है। भारत और अमेरिका के बीच TRUST (Transforming the Relationship Utilizing Strategic Technology) पहल के तहत क्वांटम कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष तकनीक जैसे क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
दोनों देशों ने अगली छठी बातचीत के दौर को जल्द से जल्द आयोजित करने के लिए भी सहमति जताई है, ताकि व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके। हालांकि, कृषि और डेयरी क्षेत्रों में बाजार खोलने को लेकर भारत ने अपने रुख को बरकरार रखा है।
इस प्रकार, भारत-अमेरिका व्यापार बातचीत में सकारात्मक प्रगति हो रही है और दोनों देश आपसी सहयोग और व्यापारिक हितों को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं।