गरीबी व काम न मिलने से परेशान प्रवासी श्रमिक ने 15 दिन पहले जन्मी बेटी को बेचा, मजदूर समेत तीन संदिग्ध मानव तस्करी के आरोपी गिरफ्तार


कोरोना संकट और विगत दिनों लगातार लाकडाउन के चलते जहाँ आम आदमी की जेबें खाली हो गई हैं वही श्रमिक समुदाय के रोज दिनभर जी तोड़ शारीरिक मेहनत करके अपने भाग्य में रात का खाना सुनिश्चित करने वाले श्रमिकों के घर भी राशन और अन्य खाद्यान्न भी ख़त्म हो चुके है। असम में गरीबी और आर्थिक कमजोरी ने एक प्रवासी मजदूर को अपनी ही नवजात बच्ची को बेचने के लिए मजबूर कर दिया और कुछ समाज के काले धब्बों ने लाचार मजदूर की मदद न करते हुए उसकी बेटी की कीमत लगाई और उसे 45000 रुपये में खरीदा। घटना कोकराझार जिले की है जहाँ पेशे से श्रमिक दीपक ब्रम्हा हाल ही में गुजरात से लौटा था।  श्रमिक दीपक गुजरात में रहकर मजदूरी करता था और मजदूरी करके कमाए हुए चंद पैसों से अपने घर परिवार का भरण पोषण करता था।पहले से ही बेरोजगारी और आर्थिक तंगी लोगों से एक औसत सामान्य जनजीवन को छीनने में लगी थी वही कोरोना और लाकडाउन ने भी इनका साथ दिया और दीपक जैसे मजदूरों की रोजी रोटी छिन गई।

         अब दीपक के पास नौकरी नहीं थी और ढूंढने पर भी उसे कहीं काम नहीं मिल रहा था। गरीबी और काम न मिलने से परेशान दीपक पतकटा गांव में अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहा था। दीपक की इन परेशानियों के बीच ही दीपककी पत्नी ने एक  बच्ची ने जन्म दिया। यह दूसरी बच्ची थी दीपक और उसके परिवार के लिए यह ख़ुशी की बात थी लेकिन दीपक की आर्थिक तंगी गरीबी और बेरोजगारी बच्ची के जन्मने की खुशियों का भी गला घोंट रही थी। दीपक ने इस दौरान काम ढूंढने की बहुत कोशिशें की लेकिन दीपक के हाथ निराशा और नाकामयाबी के आलावा कुछ भी नहीं लगा।

        अंततः दीपक ने नवजात बच्ची को बेचने का फैसला किया और दो जुलाई दिन बृहस्पतिवार को दीपक ने बिना अपनी पत्नी को बताये अपनी नवजात बच्ची को दो महिलाओं के हाथ 45000 रुपये में बेच दिया। जब बच्ची की मां को मासूम को बेचे जाने की खबर मिली तो उसने व गांव वालों ने स्थानीय थाने  में जाकर दीपक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराइ। सूचना मिलते ही पुलिस एक्शन में आयी और दीपक और अन्य दो महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी महिलाओं के पास से बच्ची को बच्ची को भी बरामद किया। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में  दोनों महिला आरोपियों ने मानव तस्करी के आरोपों को नकारते हुए बताया की उन्होंने एक संतानविहीन दंपत्ति के लिए बच्ची को खरीदा था। फिलहाल पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद मामले की जाँच कर रही है। 

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