हापुड़, 2 अक्टूबर 2025 | उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां लालच के चरम पर पहुंचा एक बेटा अपनी ही मां, पिता और पहली पत्नी की हत्या कर चुका। आरोपी विशाल कुमार ने बीमा राशि के लालच में इन हत्याओं को दुर्घटना का रूप देकर 50 करोड़ रुपये के क्लेम की साजिश रची थी। पुलिस ने विशाल और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है, जो एक बड़े इंश्योरेंस माफिया का हिस्सा बताए जा रहे हैं। यह मामला 2017 से शुरू हुआ था, जब आरोपी की मां की संदिग्ध मौत हुई, और अब खुलासा हो गया कि सब कुछ सुनियोजित था।
पुलिस के अनुसार, विशाल कुमार ने 2017 में अपनी मां की हत्या की शुरुआत की। मां की मौत को हार्ट अटैक बताया गया, लेकिन अब जांच में पता चला कि यह जहर देकर की गई हत्या थी। इसके बाद 2020 में पहली पत्नी की बिजली के करंट से मौत को दुर्घटना दिखाया गया, जिससे आरोपी को 80 लाख रुपये का बीमा क्लेम मिल गया। हाल ही में पिता की मौत को भी वाहन दुर्घटना का रूप दिया गया। कुल मिलाकर, विशाल ने परिवार के सदस्यों पर करोड़ों का बीमा कराया था, ताकि इन मौतों से अरबों रुपये कमा सके।
हापुड़ पुलिस ने बताया कि विशाल एक इंश्योरेंस एजेंट के साथ मिलकर काम कर रहा था, जो मेरठ और संभल जैसे जिलों में सक्रिय है। यह गिरोह कम से कम 12 राज्यों में फैला हुआ है, जहां फर्जी क्लेम्स के जरिए अरबों की ठगी हो चुकी है। आरोपी ने पत्नी की मौत के बाद दूसरी शादी भी की, लेकिन पुलिस का शक है कि अगला निशाना वह भी हो सकता था।
29 सितंबर को पिता की मौत के बाद परिवार के एक सदस्य की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में जहर के निशान मिले, जिसके बाद विशाल और उसके साथी को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि हत्याओं को एक्सीडेंट्स के रूप में स्टेज किया गया था। पुलिस ने अब बीमा कंपनियों के रिकॉर्ड्स जब्त कर लिए हैं और बड़े पैमाने पर छापेमारी की योजना बनाई है।
विशाल कुमार, जो बाहर से सभ्य दिखता था, अंदर से लालची राक्षस साबित हुआ। पड़ोसियों का कहना है कि वह हमेशा पैसे की बात करता था और बीमा पॉलिसी बेचने का दावा करता था। मृतक पिता के भाई ने कहा, "हमने कभी शक नहीं किया, लेकिन अब साफ है कि लालच ने पूरे परिवार को निगल लिया।" विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे फ्रॉड्स बढ़ रहे हैं, क्योंकि बीमा क्लेम्स पर निगरानी कमजोर है।
यह घटना न केवल हापुड़, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए चेतावनी है। क्या हम लालच के इस जाल में फंसते रहेंगे? संदिग्ध बीमा क्लेम्स की सूचना दें। न्याय मिलेगा, लेकिन घाव भरने में वक्त लगेगा।