ट्रकों को सड़क किनारे लगवा कर रहे अवैध वसूली, ड्राइवर की RTO हेल्पलाइन शिकायत पर तीन गार्ड्स REXCO वापस, इंस्पेक्टर पर भी एक्शन

 जयपुर RTO की फ्लाइंग टीम पर 2025 में वसूली के गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें ट्रक चालकों और ओवरलोड वाहनों से अवैध रूप से रिश्वत वसूलने का मामला सामने आया है। वायरल हुए वीडियो और शिकायतों के बाद आरटीओ ने तुरंत कार्रवाई की, जिसमें कई अधिकारियों और सुरक्षा गार्डों को जांच के दायरे में लाया गया। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कुछ उड़नदस्ते के सदस्यों को हिरासत में लिया है।

               IMAGE SOURCE : GOOGLE 

                                                  

इस पूरे विवाद ने जयपुर परिवहन विभाग की छवि को प्रभावित किया है, क्योंकि आरोपों में पूरी फ्लाइंग टीम को भ्रष्ट और रिश्वतखोर बताया गया है। शिकायतों में यह भी सामने आया कि जब चालकों ने पैसे देने से इनकार किया, तो उन्हें भारी चालान काटने की धमकी दी गई। इस पर आरटीओ प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन कुछ मामलों में अभी तक ठोस कार्रवाई और राशि की बरामदगी नहीं हो पाई है।

विश्लेषण में यह देखा गया है कि फ्लाइंग टीम की वसूली की प्रवृत्ति लंबे समय से चली आ रही है, जो विभागीय भ्रष्टाचार और निगरानी की कमी को दर्शाती है। ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के नाम पर वसूली का यह सिलसिला ट्रक चालकों के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है। प्रशासन ने इस पर कड़ी नजर रखने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही है।

इस मामले ने यह भी उजागर किया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी नियंत्रण और शिकायत निवारण तंत्र की आवश्यकता है, ताकि आम जनता को न्याय मिल सके और विभागीय कार्यशैली में सुधार हो। जयपुर RTO की फ्लाइंग टीम की इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी संस्थानों में जवाबदेही और पारदर्शिता बनाए रखना कितना जरूरी है, ताकि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म किया जा सके। जयपुर RTO की फ्लाइंग टीम पर वसूली के आरोपों पर विस्तृत विश्लेषण और कार्रवाई रिपोर्ट पढ़ें -

परिस्थिति और आरोप

  • जयपुर परिवहन विभाग की फ्लाइंग टीम पर ट्रक चालकों से अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप हैं कि टीम के सदस्य चालकों को धमकाकर और चालान के नाम पर रिश्वत वसूलते थे।
  • वायरल हुए वीडियो और ट्रक चालकों की शिकायतों के बाद मामला सार्वजनिक हुआ। शिकायत में एक गार्ड पर 200 रुपए रिश्वत मांगने का आरोप था।
  • आरोपों में पूरी फ्लाइंग टीम भ्रष्ट और रिश्वतखोर बताई गई, जिसमें आरटीओ इंस्पेक्टर और गार्ड शामिल थे।

जयपुर RTO की कार्रवाई

  • शिकायत मिलते ही आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने तुरंत कार्रवाई की।
  • तीन गार्डों को राजस्थान पूर्व सैनिक निगम लिमिटेड (REXCO) में वापस भेजा गया, जबकि एक इंस्पेक्टर को ऑफिस में अटैच कर दिया गया।
  • आरटीओ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है और शिकायत मिलने पर बिना देरी के कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
  • पिछले एक साल में 20 से अधिक गार्डों को इसी तरह की शिकायतों के कारण रेक्सो भेजा जा चुका है।
  • आरटीओ ने हेल्पलाइन नंबर (6367479830) जारी किया है, जहां से कोई भी व्यक्ति वसूली की शिकायत कर सकता है।

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की भूमिका

  • भरतपुर में एसीबी ने उड़नदस्ते की पूरी टीम को ट्रकों से वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ा।
  • परिवहन निरीक्षक सहित पांच गार्डों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
  • यह कार्रवाई आरटीओ और डीटीओ के बीच विवाद के बाद हुई, जिसमें दोनों पक्षों की शिकायतें सामने आई थीं।
  • एसीबी के महानिदेशक ने बताया कि लंबे समय से वसूली की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने