सितंबर 2025 में दिल्ली पुलिस ने कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी मॉड्यूल के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं। इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने ISIS से प्रेरित एक आतंकवादी मॉड्यूल को भी बेनकाब किया है, जिसमें लगभग दर्जन भर संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। विशेष सेल की संयुक्त कार्रवाई में दिल्ली और अन्य शहरों से ISIS से जुड़े आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे एक बड़े आतंकी हमले को नाकाम किया गया। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) भी इस मामले में पांच राज्यों और जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी कर रही है, जो इस आतंकवादी साजिश से जुड़ी जांच का हिस्सा है। कुल मिलाकर, दिल्ली में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता से कई आतंकवादी गिरोहों को तोड़ा गया है और संभावित हमलों को रोका गया है।
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- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी मॉड्यूल के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है गिरफ्तार आतंकियों के कब्जे से IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले रासायनिक पदार्थ और उपकरण बरामद हुए हैं, जिनमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सल्फर पाउडर, कॉपर शीट्स, बॉल बेयरिंग्स, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, लैपटॉप, मोबाइल फोन आदि शामिल हैं। गिरफ्तार आतंकियों में प्रमुख सदस्य अशरफ दानिश है, जो भारत में इस मॉड्यूल का संचालन कर रहा था और पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स से संपर्क में था।यह मॉड्यूल ISIS से प्रेरित था और ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’ नामक समूह के तहत काम कर रहा था, जिसका उद्देश्य भारत में इस्लामी शासन स्थापित करना था।संदिग्धों ने सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स जैसे सिग्नल और टेलीग्राम के माध्यम से युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने का काम किया।पुलिस के अनुसार, यह समूह धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए ऑनलाइन ग्रुप भी चला रहा था। गिरफ्तार आतंकी दिल्ली, मध्य प्रदेश, हैदराबाद और रांची से हैं।दो संदिग्धों को दक्षिण पूर्व दिल्ली के सराय काले खान इलाके से पकड़ा गया, जबकि दानिश को रांची के एक लॉज से गिरफ्तार किया गया। रांची में दानिश पिछले 18 महीनों से रह रहा था और उसने अंग्रेजी में स्नातक होने का दावा किया। दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पांच राज्यों में छापेमारी की गई और लगभग आठ संदिग्धों से पूछताछ की गई। पुलिस ने FIR दर्ज की है जिसमें सांप्रदायिक सौहार्द भंग करने, अवैध हथियार रखने और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोप शामिल हैं। बरामद डिजिटल उपकरणों की फोरेंसिक जांच जारी है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस मामले की गहन जांच कर रही हैं ताकि आतंकवादी साजिश के पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके।सरकार ने इस तरह के मॉड्यूल को खत्म करने और देश में शांति बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया है।आम जनता से भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की गई है।