मिजोरम : BSF और एक्साइज विभाग द्वारा तीन तस्कर गिरफ्तार साढ़े सात करोड़ के ड्रग्स बरामद

 मिजोरम में बीएसएफ और एक्साइज विभाग की संयुक्त कार्रवाई में लगभग 7.59 करोड़ रुपए मूल्य की मेथामफेटामाइन (याबा टैबलेट्स) सहित बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई और तीन तस्कर गिरफ्तार किए गए। यह कार्रवाई बीएसएफ की इंटेलिजेंस टीम और मिजोरम के एक्साइज एवं नारकोटिक्स विभाग के सहयोग से की गई।


इस सफल अभियान के तहत खाटला क्षेत्र में शनिवार शाम एक संदिग्ध बोलेरो मैक्स पिकअप वाहन को रोका गया। तलाशी के दौरान वाहन से लगभग 4.89 किलो वजन की लगभग 50,000 याबा टैबलेट्स बरामद हुईं। बीएसएफ की प्रशिक्षित डॉग स्क्वाड 'टाइगर' (जर्मन शेफर्ड) ने वाहन की पूरी जांच में सहायता की ताकि कोई अन्य अवैध वस्तु छुपी न हो। इसके अलावा वाहन और तीन मोबाइल फोन भी नदी गई वस्तुओं में शामिल हैं।

बीएसएफ के अनुसार, बरामद ड्रग्स की कुल कीमत लगभग 7.50 करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि जगह-जगह से जब्त की गई अन्य सामग्री के साथ कुल बरामदगी की कीमत 7 करोड़ 59 लाख 18 हजार रुपये बताई गई है।

यह ऑपरेशन मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि मिजोरम भारत- म्यांमार सीमा के नजदीक स्थित है, जहां नशीली दवाओं की तस्करी की संभावना अधिक होती है।

यह भी उल्लेखनीय है कि इससे पहले मिजोरम में बीएसएफ, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और एक्साइज विभाग ने अन्य सफलतापूर्वक अभियान चलाकर लगभग 75 करोड़ रुपये मूल्य के ड्रग्स जब्त किए थे और आठ तस्करों को गिरफ्तार किया था।

इस तरह की संयुक्त और कड़ी कार्रवाई से मिजोरम को नशीली दवाओं के खासतौर पर मेथामफेटामाइन के ट्रांजिट हब बनने से रोकने के प्रयास में बड़ी सफलता मिली है। तस्करों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें 10 से 20 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान शामिल है।

यह छापा मिजोरम में नशाखोरी और तस्करी के खिलाफ सुरक्षा बलों और प्रशासन के तीव्र प्रयासों का उदाहरण है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा और युवाओं की सुरक्षा बेहतर होगी।
मिजोरम में बीएसएफ और एक्साइज विभाग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए 7.59 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की हैं और तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई बीएसएफ की इंटेलिजेंस टीम और मिजोरम के एक्साइज एवं नारकोटिक्स विभाग ने खाटला क्षेत्र में की, जहां एक संदिग्ध बोलेरो मैक्स पिकअप वाहन से लगभग 50,000 याबा टैबलेट्स (4.89 किलो) बरामद हुईं। प्रशिक्षित डॉग स्क्वाड की मदद से वाहन की पूरी तलाशी ली गई और अन्य छिपी हुई वस्तुओं की जांच की गई। बरामद ड्रग्स की कीमत लगभग 7.5 करोड़ रुपये आंकी गई है, जबकि कुल बरामदगी की कीमत 7 करोड़ 59 लाख के करीब है। साथ ही वाहन और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए।

यह बड़ी सफलता मिजोरम को ड्रग तस्करी का ट्रांजिट हब बनने से रोकने के लिए की गई कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है। इससे पहले भी बीएसएफ, एनसीबी और एक्साइज विभाग ने 75 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की मेथामफेटामाइन और हेरोइन बरामद कर आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस प्रकार की लगातार सफलताएं यह दर्शाती हैं कि सुरक्षा एजेंसियां मिलकर नशा तस्करी के खिलाफ कड़ा प्रहार कर रही हैं। गिरफ्तार तस्करों पर नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटांसेस एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसमें 10 से 20 साल की सजा और भारी जुर्माने का प्रावधान है। यह अभियान समाज को नशे की बुराई से बचाने और युवाओं को तस्करी के जाल से बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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