हमले के तुरंत बाद एयरपोर्ट पर उड़ानें निलंबित कर दी गईं, और कई प्रमुख एयरलाइंस ने कुछ दिनों के लिए फ्लाइट्स रद्द कर दीं। इजरायली इमरजेंसी सर्विस मैगन डेविड एडॉम (एमडीए) ने बताया कि घायलों को हल्की चोटें आईं, लेकिन एक 42 वर्षीय महिला को शेल्टर की तलाश में गिरने से गंभीर चोट लगी। यह हूती का तेल अवीव पर पहला बड़ा सफल हमला है; पहले जुलाई 2024 में एक ड्रोन हमले में एक नागरिक की मौत हुई थी। अक्टूबर 2023 से हूतियां गाजा युद्ध के समर्थन में इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रही हैं, साथ ही रेड सी में जहाजों पर भी।
इजरायल की जवाबी कार्रवाई: हमले के अगले दिन इजरायली एयर फोर्स ने 30 से अधिक विमानों से होदीदाह में नौ हूती ठिकानों पर 50 मुनिशन्स से हमला किया। लक्ष्यों में बाजिल सीमेंट फैक्ट्री शामिल थी, जहां यमन के स्रोतों के अनुसार मृतक और घायल हुए। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "जो हमला करेगा, उसे सात गुना जवाब मिलेगा। हूती आतंकवादी ईरान, लेबनान और गाजा से सबक नहीं लेंगे, तो कठोर तरीके से सीखेंगे।" अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर ईरान को जिम्मेदार ठहराया, जिसे नेतन्याहू ने दोहराया। मार्च 2025 में ट्रंप प्रशासन ने हूती ठिकानों पर बड़े हवाई और नौसैनिक हमले किए थे।
यह हमला 2025 के युद्धविराम के बाद हूतियों द्वारा फिर से शुरू किया गया, जब इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र समझौते का उल्लंघन किया। हूतियां दावा करती हैं कि उनकी कार्रवाइयां फिलिस्तीनियों के समर्थन में हैं, जहां गाजा में 50,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इजरायल ने कहा कि यह 'क्लस्टर बम' का इस्तेमाल था, जिसके जवाब में अगस्त 2025 में साना पर हमले किए।
हमले ने रेड सी में शिपिंग को प्रभावित किया, जहां हूतियां 100 से अधिक जहाजों पर हमला कर चुकी हैं, दो डुबोए और चार नाविकों की हत्या की। संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी प्रतिनिधियों ने इजरायल की कार्रवाइयों की निंदा की, जबकि अमेरिका ने हूती हमलों को 'आतंकवाद' बताया। विशेषज्ञों का कहना है कि हूतियों की बढ़ती क्षमता इजरायली एयर डिफेंस के लिए चुनौती है। इजरायल ने कहा कि वे 'सबसे शक्तिशाली स्ट्राइक' की योजना बना रहे हैं।
यह घटना मध्य पूर्व शांति प्रयासों के लिए झटका है, जहां गाजा युद्ध जारी है। हूती नेता अब्दुल मलिक अल-हूती ने चेतावनी दी कि हमले जारी रहेंगे जब तक गाजा पर नाकाबंदी न हटे।