अब वीवो नहीं होगा आईपीएल का टाइटल स्पांसर, भारी विरोध के चलते बीसीसीआई ने चीनी वीवो को मारी लात


भारी विरोध के चलते बीसीसीआई ने निर्णय लिया है की अब चीनी मोबाइल कंपनी वीवो आईपीएल की स्पांसर नहीं रहेगी। आईपीएल 2020 के के शुरू होने में अभी एक महीने रह गए है और अभी से ही बीसीसीआई की नए टाइटल स्पांसर की तलाश जारी है। गौरतलब है गलवान घाटी में हुए हिंसक सैन्य संघर्ष के बाद चीन और चीनी वस्तुओं पर भारतीय नागरिकों का गुस्सा सातवें आसमान पर था पूरे भारत में चीन के खिलाफ गुस्सा और रोष था । जिसके बाद भारत सरकार ने भी चीनी एप्प्स और भारतीय सड़क परियोजनाओं में चीनी कंपनियों की भागीदारी को प्रतिबंधित कर चीन को लगातार एक के बाद एक बड़ा आर्थिक झटका दिया था साथ ही चीनी वस्तुओं पर लगने वाला आयात शुल्क भी बढ़ा दिया गया था। 
जहाँ देश के बाजार से से चीनी गन्दगी को साफ करने के लिए देशवासियों ने चीनी वस्तुओं की खरीदारी और उन्हें इस्तेमाल करना बंद किया और देश में भी चीनी कंपनियों को प्रतिबंधित किया गया वहीं इतने विरोध के बावजूद भी ढीठ BCCI ने चीनी कंपनी वीवो से अपना नाता बनाये रखा और गत रविवार को हुई आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में वीवो के साथ अनुबंध को जारी रखने का फैसला लिया। बीसीसीआई के इस फैसले का देशभर में विरोध हुआ और सोशल मीडिया पर लोगों ने इस फैसले की कड़ी निंदा की। बताते चलें की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी सोमवार को बीसीसीआई के वीवो के साथ अपने करार को जारी रखने के फैसले का विरोध किया था. आरएसएस के विरोध के बाद सोमवार को ही स्वदेशी जागरण मंच ने भी बीसीसीआई के साथ चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के अनुबंधों के जारी रखने वाले फैसले का विरोध करते हुए देशवासियों से T20 क्रिकेट लीग का बहिष्कार करने की अपील की।  फिलहाल जनता के कड़े विरोध और देश भर में T20 के बहिष्कार की बढ़ती सम्भावना के चलते बीसीसीआई ने वीवो के साथ अनुबंधों को रद्द करने का फैसला लिया है। 

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