जम्मू कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई 18 जुलाई की मुठभेड़ सवालों के घेरे में है रजोरी के कोंटरका से मजदूरी करने शोपियां गए तीन युवक गायब हैं जिनमें से एक के पिता के अनुसार उनके बेटे ने आखिरी बार 17 जुलाई को फोन किया था उसके बाद से उसका फोन स्विच ऑफ हो गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुठभेड़ में मारे गए युवकों की फोटो में लापता इबरार के पिता मोहम्मद युसुफ ने अपनी साली के बेटे इम्तियाज को पहचाना था जबकि बाकी के दो चेहरे बुरी तरह से चोटिल होने के कारण नहीं पहचाने जा सके थे। जिसके बाद युसुफ ने इसकी शिकायत पीड़ी स्थित पुलिस चौकी में की थी। जिसके निस्तारण के लिए शोपियां मुठभेड़ मामले की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी शुरू हो चुकी है। जम्मू कश्मीर पुलिस की निगरानी में राजोरी से डीएनए सैंपल भी किया लिया जा चुका है साथ ही गवाहों के बयान भी लिए जा रहे हैं सेना के प्रवक्ता ने कोर्ट ऑफ इंकवायरी की पुष्टि करते हुए कहा कि "उक्त मामले में गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। राजोरी से डीएनए नमूने एकत्र करके मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के साथ मिलान के लिए भेजे गए हैं। ऐसे मामले जहां संदेह उठाया जाता है उसकी कानून के अनुसार उचित प्रक्रिया के तहत जांच की जाती है।"
