नई दिल्ली, 2 अक्टूबर 2025 (संवाददाता): पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग रॉ प्रमुख विक्रम सूद ने अमेरिकी 'डीप स्टेट' पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह शक्तिशाली लॉबी भारत की आर्थिक प्रगति को रोकना चाहती है। एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में सूद ने दावा किया कि अमेरिका की विदेश नीति के पीछे सक्रिय यह 'डीप स्टेट' भारत को चीन की तरह एक प्रमुख आर्थिक शक्ति बनने से रोकने की साजिश रच रहा है।
सूद ने 'ऑपरेशन सिंदूर' विवाद के संदर्भ में अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की मजबूती पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की निजी नाराजगी के कारण ये रिश्ते और मजबूत हुए हैं। ट्रंप ने दावा किया था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराया था, लेकिन भारत ने इसे खारिज कर दिया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने ट्रंप को धन्यवाद देते हुए नोबेल पुरस्कार की सिफारिश की, जिससे ट्रंप प्रसन्न हो गए। सूद ने कहा, "ट्रंप का यह व्यक्तिगत अपमान ही अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों को नई गति देने का कारण बना।"
'डीप स्टेट' की परिभाषा देते हुए पूर्व रॉ प्रमुख ने इसे अमेरिकी कॉरपोरेट्स, सैन्य खुफिया तंत्र और थिंक टैंक्स का गठजोड़ बताया, जो राष्ट्रपति से स्वतंत्र रूप से विदेश नीति को प्रभावित करता है। उन्होंने इसे 'वॉल स्ट्रीट स्टेट डिपार्टमेंट' करार दिया और स्पष्ट किया कि ट्रंप इस समूह का हिस्सा नहीं हैं। सूद ने उदाहरण देते हुए कहा कि हथियार कंपनियां कांग्रेस सदस्यों पर दबाव डालकर ऐसी नीतियां बनवाती हैं, जो पाकिस्तान, भारत और इजरायल जैसे देशों को हथियार बेचने का अवसर प्रदान करें।
भारत की प्रगति पर असर की बात करते हुए सूद ने चेतावनी दी कि 'डीप स्टेट' भारत को आर्थिक रूप से मजबूत होते देखना पसंद नहीं करता। "चीन के साथ अमेरिका का अनुभव उन्हें सतर्क कर गया है। वे भारत को एक बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभरते नहीं देखना चाहते। भारतीय राष्ट्रवाद को 'हिंदू राष्ट्रवाद' का ठप्पा लगाकर इसे कमजोर करने की कोशिश की जाती है।" उन्होंने कहा।
'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद ट्रंप द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को डिनर पर आमंत्रित करने और उन्हें 'बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति' कहने का जिक्र करते हुए सूद ने कहा कि यह कदम अमेरिकी हितों को मजबूत करने का हिस्सा है। उन्होंने 'डीप स्टेट' शब्द की उत्पत्ति तुर्की से बताई, जहां खुफिया और सैन्य प्रमुखों की एक ड्रग तस्कर के साथ कार दुर्घटना में मौत हो गई थी, जो इन ताकतों की गठजोड़ की मिसाल है।
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत अपनी सैन्य एकीकरण योजनाओं, जैसे थिएटर कमांड, पर तेजी से काम कर रहा है। सूद ने भारत को सतर्क रहने और खुफिया तंत्र को मजबूत करने की सलाह दी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह खुलासा भारत-अमेरिका संबंधों पर नई बहस छेड़ सकता है, खासकर जब दोनों देश आर्थिक साझेदारी में आगे बढ़ रहे हैं।