राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरआरएमसी) के अनुसार, तूफान कलमागी ने मंगलवार शाम को लेयते द्वीप पर सीधी चोट की, जहां भूकंप से पहले से ही क्षतिग्रस्त इमारतें ढह गईं। मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जबकि लापता लोगों में मछुआरे और राहत कार्यकर्ता प्रमुख हैं। प्रांत में 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं, और बिजली-पानी की आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, "भूकंप ने हमें तोड़ दिया था, और अब यह तूफान ने सब कुछ बहा दिया। घर, फसलें—सब खत्म।" तूफान ने 2 लाख एकड़ कृषि भूमि को नष्ट कर दिया, जिससे खाद्य संकट की आशंका बढ़ गई है।
राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन खराब मौसम के कारण चुनौतियां बढ़ रही हैं। अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने सहायता की पेशकश की है, जिसमें भोजन, दवाइयां और अस्थायी आश्रय शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि बाढ़ से जलजनित बीमारियां फैल सकती हैं। राष्ट्रपति मार्कोस ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है, जहां पुनर्वास योजना पर चर्चा होगी। जलवायु विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसे तूफान अधिक तीव्र हो रहे हैं, और फिलीपींस जैसे द्वीपीय देश सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
तूफान अब उत्तर की ओर बढ़ रहा है, और मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और बारिश की चेतावनी जारी की है। फिलीपींस सरकार ने सभी स्कूल-कार्यालय बंद करने का आदेश दिया है, जबकि हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द हैं।