प्रयागराज, 26 अक्टूबर 2025 (एजेंसी): उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक निजी न्यूज चैनल से जुड़े पत्रकार की चाकू से निर्मम हत्या कर दी गई। हमलावर ने पीड़ित के शरीर पर 18 वार किए, जिसमें पेट को फाड़ दिया गया और आंतें बाहर निकल आईं। घटना बृहस्पतिवार रात सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के जीएचएस रोड पर हुई, जहां फुटपाथ खून से लाल हो गया। पीड़ित करीब 20 मिनट तक दर्द से तड़पते रहे, लेकिन राहगीरों ने फोटो खींचने में ही व्यस्त रहे। पुलिस ने आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
48 वर्षीय पत्रकार लक्ष्मी नारायण सिंह (एलएन सिंह) मूल रूप से बलिया के निवासी थे और पिछले कई वर्षों से धूमनगंज थाना क्षेत्र के शकुंतला कुंज कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। वे एक निजी न्यूज चैनल में काम करते थे। बृहस्पतिवार रात करीब 10:30 बजे वे सिविल लाइंस के हर्ष होटल के पास पहुंचे, जहां उन्होंने आरोपी विशाल को एक दोस्त के बेटे साहिल को जबरन ले जाते देख रोका। इस पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई, जो जल्द ही हिंसक हो गई।
आरोपी विशाल, जो नशे का आदी है और व्हाइटनर सहित कई प्रकार के नशे करता है, ने चाकू निकाल लिया। उसने दौड़ाकर पीड़ित पर एक दर्जन से अधिक वार किए—हाथ, पेट, सीने और कमर पर। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर कुल 18 चाकू के निशान मिले। वार इतने गहरे थे कि पेट फट गया और आंतें बाहर आ गईं। पीड़ित लड़खड़ाते हुए फुटपाथ पर गिर पड़े और करीब 20 मिनट तक खून से लथपथ तड़पते रहे। आसपास के लोग चीखें सुनकर बाहर आए, लेकिन किसी ने अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की—बल्कि मोबाइल पर वीडियो बनाते रहे। अंततः सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें एसआरएन अस्पताल ले जाया, जहां दो घंटे बाद दम तोड़ दिया।
पोस्टमॉर्टम शुक्रवार शाम स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में एक पैनल ऑफ डॉक्टर्स ने किया। रिपोर्ट में हत्या की बर्बरता साफ झलकती है: चाकू के घावों से आंतें बाहर निकलना और भारी रक्तस्राव। घटनास्थल पर फुटपाथ पर खून की धारें बह रही थीं, जो सुबह तक साफ करने पड़े।
आरोपी की गिरफ्तारी और मुठभेड़
| आरोपी | विवरण | गिरफ्तारी का विवरण |
|---|---|---|
| विशाल | नशेड़ी, घटना के समय नशे में धुत। | धूमनगंज थाना क्षेत्र के नेहरू पार्क के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार। पैर में चार गोलियां लगीं, एसआरएन अस्पताल में भर्ती |
पुलिस ने आरोपी को शुक्रवार को पकड़ लिया। एसएसपी डॉ. विपिन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि नशे से जुड़े पुराने विवाद के कारण यह घटना हुई। आरोपी पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। मुठभेड़ में आरोपी ने पुलिस पर हमला करने की कोशिश की, जिसके जवाब में गोलीबारी हुई। जांच में सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान लिए जा रहे हैं।
परिवार और समाज की प्रतिक्रिया
पीड़ित के बेटे राज नारायण सिंह ने पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर रोते हुए कहा, "पिता ने सिर्फ सही करने की कोशिश की, लेकिन नशेड़ी ने उन्हें मार डाला।" परिवार ने आरोपी को कड़ी सजा की मांग की है। पत्रकार संगठनों ने निंदा की और कहा कि मीडियाकर्मियों पर हमले बढ़ रहे हैं। पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह सहित कई लोग शव के पास पहुंचे। इलाके में डर का माहौल है—लोग रात में बाहर निकलने से डर रहे हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन विपक्ष ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाए। यह घटना नशे की लत और सड़क पर हिंसा के बढ़ते मामलों को उजागर करती है। पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है।